पक्षी की आड़ में कहीं दुश्मन देश की साजिश तो नहीं ? रजनीश कुमार (एम जे एम सी)


घटना सीतापुर जनपद में महोली थाना क्षेत्र के सहजापुर की है जहां आज दिन में  एक गिद्ध कहीं से आकर ग्रामीण क्षेत्र में रुका जहां ग्रामीणों द्वारा उसको घेर लिया गया परन्तु इतना ही नहीं जब ग्रामीण उसको ध्यान से देखें तो पता चला की जो गिद्ध उनके सामने है वह केवल एक  पक्षियों की विलुप्त होती प्रजाति का पक्षी ही नहीं बल्कि उस गिद्ध के पीठ पर लगा एक कैमरा भी लगा है और साथ ही कैमरे में जीपीएस भी लगा एवम् उसके दोनों पंखों पर पीले रंग के टैग (बैच) लगे हैं जिन पर लिखा है If you find this tag please contact with BCN in Nepal or BNHS in India जिसका मतलब है यदि आपको यह टैग मिलता है तो कृपया नेपाल में बीसीएन या भारत में बीएनएचएस से संपर्क करें आपको साथ ही यह भी बताते चलें कि इस टैग में कुछ नंबर भी दिए गए है जिन पर संपर्क करने को कहा गया है  नंबर हैं -941 604 4924/ 0173 326 4424  जहां BCN का  मतलब "बर्ड कंजर्वेशन नेपाल" जिसको हिंदी में नेपाल पक्षी संरक्षण संघ कहा जाता है एवम् इसकी स्थापना बर्ड लाइफ पार्टनर के रूप में 1982 में काठमांडू में की गई थी ,यह एक ऐसी संस्था है जो पक्षियों के संरक्षण एवम् लोगों में पक्षियों के प्रति जागरूकता एवम्  उनकी निगरानी हेतु कार्य करती है , अब बात करते हैं BHNS की जिसका मतलब है "बोंबे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी" जिसका अर्थ है बंबई प्राकर्तिक ऐतिहासिक समाज यह एक गैर सरकारी संस्था है जोकि भारत की सबसे बड़ी गैर सरकारी संस्थाओं में से एक है यह भी जैव संरक्षण एवम् जैव विविधता के क्षेत्र में 15 सितंबर 1883 से मुंबाई में कार्यरत है। बैच कोड पर लिखा है फोन प्लेयर्स नेपाल यह वह एजेंसी होगी जो इस पर लगी डिवाइसों को चलता होगा,अब टैग पर लिखे C3 का मतलब बताते हैं आपको यह पक्षियों के प्रजाति (वल्चर यानी गिद्ध) से संबंधित है और यह टैग उन पक्षियों पर लगाया जाता है जब या तो वह पक्षी विलुप्तप्राय प्रजाति से संबंधित है या प्रजनन व संरक्षण में है अतः गिद्ध के दोनों पंखों में एक पीला टैग (C3) और GPS ट्रैकर है तो गिद्ध प्रजनन और हृदय संरक्षण से संबंधित है, इस गिद्ध को प्रजनन और हृदय संरक्षण द्वारा संरक्षित टैग और जीपीएस लगाकर लॉन्च किया गया है।



परंतु GPS  लगा होने के कारण यह भी दर्शाता है शायद कोई साजिश के तहत पक्षी के जरिए कोई खुफिया जानकारी प्राप्त करने हेतु किसी दुश्मन देश की भी चाल हो सकती है या है और यह भी अनुमान लगा सकते है कि किसी और देश का पक्षी हो और भटक कर यहां आ गया हो । साथ ही विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच कर जांच में जुटे गए हैं वह यह पता लाएंगे ही पर सोचने वाली  बात ये है कि यह कोई  हमारे दुश्मन देश की चाल तो नहीं  है या फिर पक्षी संरक्षण एवं प्रजनन के शोध  के लिए इस गिद्ध को छोड़ा गया हो क्योंकि यह भी एक विषय है कि किस स्थान कि जलवायु या वह स्थान  पक्षी संरक्षण के लिए उपयुक्त है या नहीं इस प्रकार से कुछ इन टैग पर लिखे संस्थानों द्वारा पता लगाया जा रहा हो, हालांकि यह आधिकारिक पुष्टि के बाद ही बता पाना संभव होगा फिर भी  यह गंभीरता का विषय है क्योंकि आए दिन इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है इसलिए सरकार को इस पर बेहद गंभीरता से सोचना चाहिए और संबंधित विभाग व उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए वैसे भी इन दिनों नेपाल और चीन के बीच में बहुत गहरी मित्रता है क्योंकि चीन नेपाल में बांध बना रहा और जिसमें नेपाल की आधिकारिक साझेदारी भी है हो सकता है कि चीन नेपाल का नाम लेकर भारत के खिलाफ कोई साजिश को अंजाम देने की कोशिश भी कर रहा हो इसलिए नेपाल और भारत का नाम टैग पर हो जिससे भारत व नेपाल के संबंधों में वह जहर घोल सके और अपने मंसूबों में कामयाब हो जाए बाकी चीन की कोई भी करतूत दुनिया में किसी से छिपी नहीं और ना ही वो किसी का मित्र है ना ही किसी को अपने से ऊंचा उठने देना चाहता है।


      लखीमपुर खीरी जनपद
रजनीश कुमार (एम जे एम सी)
  महामाया तकनीकीविश्वविद्यालय
   गौतबुद्धनगर,नोएडा,उत्तर प्रदेश